तुझको चलना होगा .
ये तो वाई फाई बाबत कहा है , आज न चला तो कल चलेगा अपन तो यों ही बात करते हैं .
पहले हाली का एक शेर :
"हाली खुदा का शुक्र कर , कुरबान जा मेहमान पर ,
वो खाना अपना खा रहा है , तेरे दस्तरखान पर ."
कोई आता है , खाना खाता है तो बड़ा अच्छा लगता है .
पर कभी कभी थोड़ी अटपटी बात हो जाती है
.
" छोले तुमको हम खिलाएंगे ,.......बहुत बढ़िया बनाती है ."
भाई साब छोले ही खा रहे थे , जो खा रहे थे उसकी कोई तारीफ़ न कर के भाभी जी की पाक कला विद्या की तारीफ़ कर रहे थे .
अब मैं क्या कहता , मन मन में ही कहता रहा कि तारीफ़ थोड़ी बेमौके हो गई भाई साब , बिला वजह मुझे कुटवा दिया . जीवन संगिनी का बनाया खाना मानक लगे ये तो बहुत ही अच्छी बात है पर अपन कभी तो दूसरे की भी सराहना करें .
ऐसे ही बात याद आ गई थी .
विलंबित प्रातःकालीन सभा स्थगित .
समीक्षा :Manju Pandya
#छोलेतुमकोहमखिलाएंगे
#स्मृतियोंकेचलचित्र #भिवाड़ीडायरी #जयपुरडायरी
आज पुरानी बात याद करते हुए डूंगरपुर से सुप्रभात 🌻
नमस्कार 🙏
सुमन्त पंड़्या
(Sumant Pandya)
पुनः प्रकाशित :
सोमवार १ मई २०१७ ।
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Bahut sahi
ReplyDeleteआभार ।
DeleteBahut sahi
ReplyDeleteविशेष आभार ।
Deleteआज फिर चर्चा के लिए प्रसारित ये किस्सा ब्लॉग लिंक के साथ ।
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