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अब कुछ तो करना पड़ेगा ।
ऐसे तो ठीक नहीं ।
ये केवल कॉफी के बहाने राम रामी ।
ये क्या बात हुई भला ?
अब सोच विचार कर कोई तो पोस्ट लिखनी पड़ेगी ।
आधी अधूरी छूटी बातें पूरी करनी पड़ेंगी , तब बनेगी कोई बात ।
यहां रहो , वहां रहो कोई फरक नहीं ।
पर लिखना तो है , यही अपने आप को आश्वासन है ।
और कोई बात अभी बताने को नहीं है तो
प्रातः कालीन सभा स्थगित ...
नमस्कार ।
जय भोलेनाथ ।🔔🔔
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