Monday, 12 November 2018

ये घंटी क्या है 🔔🔔 ?

🔔 ये घंटी क्या है ? : भिवाड़ी डायरी 📙

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इधर जब से भिवाड़ी आए हैं हम लोग बाज पोस्ट में , न तो कमेंट में मैं ये घंटी की चिकसाणी ( निशान ) बणा देता हूं जिससे मेरे लिखे की पिछाण रहवे . आज ये ही सवाल उठाता हूं कि ‘ ये घंटी क्या है ?’


पहले एक बात 

-------------- ये एक अध्यापिका की बताई बात है जब वो एक प्रशिक्षण के लिए गईं तब हवाई जहाज से यात्रा करके आईं . पहली उड़ान का उनको कैसा अनुभव हुआ वही उन्होंने अपने रोचक अंदाज में बताया था , शेष सन्दर्भ छोड़कर सीधे मुद्दे पर आते हैं :


" जब प्लेन उड़ने लगा तो जाने कैसे कैसे हुआ ! पहले ऐसे ऐसे हुआ , फिर वैसे वैसे हुआ , जाने कैसे कैसे हुआ ! "


बस लगभग ये ही बात तो अपणे साथ है पहले ऐसे ऐसे होता है , फिर वैसे वैसे होता है , जाणे कैसे कैसे होता है और सुबह सुबह ये घंटी बज जाती है अपणे आप और नींद खुल जाती है वो भी अपणे आप .

तो मान लीजिए ये सिद्धांत :


" सुबह की जगार का प्रतीक है ये घंटी . 🔔🔔"


ये अपने आप ही बजती है , अंदर से बजती है और मैं सुबह उठ जाता हूं बस इत्ती सी बात है .

फिर सुबह सुबह की एक और टेक है :

" Good morning & private coffee done @ आशियाना. 🔔"


ऐसे संदेसे मैं चारों ओर भेजता हूं , ये ही मेरे जन जागरण के सन्देश होते हैं . दूर दूर से जगार के संकेत और सन्देश मिलने लगते हैं . जो किसी दिन इसमें चूक जाऊं तो लोग ये सवाल करने लगते हैं :

" Private coffee not yet done ? "

इस प्रकार ये घंटी और कॉफी का भी निकटवर्त्ती सम्बन्ध है .

तो सुबह सुबह के ये दो काम हैं :

१. घंटी बजती है . 🔔

२. कॉफी बणती है .☕️

और यहीं से होती है अपनी सोशल मीडिया पर उपस्थिति दर्ज .

आज यही प्रातःकालीन सभा का प्रस्थान बिंदु है ।

अभी हाल के लिए सभा स्थगित ….।

नमस्कार 


सुमन्त पंड्या .

@ आशियाना आँगन , भिवाड़ी .

शुक्रवार ३ फरवरी २०१७ .

आज एक लम्बी खोज के बाद ब्लॉग पर प्रकाशित     @ जयपुर   १३ नवम्बर  २०१८ ल

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