नमस्कार 🙏
कुल जमा छह बरस पहले बच्चों से कह सुनकर अपना फेसबुक खाता खुलवाया था और तब अपनी फोटो लिवाई थी और जुड़वाई थी वही आज फिर से प्रकाशित किए दे रहा हूं । मनोदशा वहां लिखी हुई है कैना मैं खो गया हूं और मुझे लिवा ले चलो । तब से अब में कई खट्टे मीठे अनुभव हुए । अब भी मेरा तकिया कलाम है -
" अभी तो हम हैं "
९ जून २०१८.
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