Wednesday, 1 August 2018

फ़्रैंडशिप डे :भिवाड़ी डायरी 

आज का एजेंडा ::फ़्रैंडशिप  डे 

 

   आज जैसे ही फेसबुक खोला एजेंडा तो फेसबुक ने ही सुझा दिया कि आज " फ्रेंडशिप डे " है . और तो और फेसबुक ने सारे फेसबुक वासियों की ओर से मेरा आभार भी व्यक्त कर दिया इत्ता अच्छा दोस्त होने और दोस्ती निभाने के लिए .


आप सब जहां कहीं भी बैठे हैं, जो कोई भी हैं आप सब को मेरा सलाम पहुंचे . जो जाग गए हैं, जाग रहे हैं उनको भी सलाम , जो सो रहे हैं और आज देर से उठने का विचार कर के सोए हैं उन को भी सलाम , उठेंगे तब देख ही लेवेंगे .


फेसबुक ने ये काम तो बड़ा बढ़िया किया है कि सब कोई को इस प्लेटफॉर्म पर लाकर खड़ा कर दिया है जहां राम रामी हो जाती है . ये ग्रेट लैवेलर भी है जहां सब कोई को बराबर का दर्जा प्राप्त है . बाकी इस बाबत एक पोस्ट मैं लिख ही चुका हूं जिसे शीर्षक दिया था ," ये फेसबुक की दोस्ती ?" आप ने अब तक न देखी हो तो देख लेवें , देख ली तो फिर बात खतम आप तक पहुंच ही गई मेरी बात .


आज इस मौके पर इतना जरूर कहूंगा कि इस माध्यम का अच्छा इस्तेमाल करें , फर्श गंदा न करें तो ठीक रहेगा वरना तो भले लोग इसे छोड़कर जाने लगेंगे ये कोई अच्छा लगेगा क्या ?


कभी कभी दूसरे को लज्जित करना और उसकी खिल्ली उड़ाना तो बड़ा आसान लगता है पर उसकी बात समझना और उसे अपनी बात समझाना मुश्किल लगता है . न जाने क्यों लोग पहला विकल्प चुन लेते हैं .

अपना तो यह मानना है कि हर बात शान्ति पूर्वक कही जा सकती है , एक बार कहकर तो देखें .


कल एक अहिन्दी भाषी दोस्त कह रहे थे कि उनके चार पांच सौ दोस्त तो बन गए पर वो हैं बड़े कन्फ्यूज्ड क्योंकि लोगों ने अपनी पहचान उल्टी सीधी दे रखी है . अब पहचान छिपाने के पीछे जो कारण होंगे वो तो वो जाने उसकी वजह मैं नहीं जानता पर इतना स्पष्ट कर देवूं कि मेरी अपनी पहचान में कोई दुराव नहीं है . मैं तो जो हूं वही हूं और यही कहने का प्रयास करता हूं कि मेरे कोई सुरखाब के पर नहीं लगे हुए हैं .


मर्यादा में रहकर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मैं समर्थन करता हूं .

सुबह हो गई , अब प्रातःकालीन सभा स्थगित ....

सह अभिवादन : Manju Pandya.

आशियाना  आंगन , भिवाड़ी.

2 अगस्त 2015 .

ब्लॉग पर प्रकाशन २ अगस्त २०१८.


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