Wednesday, 11 October 2017

हजामत की ज़रूरत : भिवाड़ी डायरी .

सुबह उठा तो ऐसी सूरत . आईने में सूरत देखने का मन न करे . गर्दन पर हाथ फ़ेरूं तो इत्ते बाल टटोलने में आवें या तो बाल कुछ जल्दी बढ़ गए या फिर पिछले वाले हज्जाम ने ज़्यादा अच्छे से काटे ही नहीं और तो क्या ?

अब मुझे तो एक ही बात सूझी फिर चलो बाम्बे हेयर कट के यहां और क्या ? 

पहुंचे , बैठे कुर्सी पर और आख़िरकार बण गई हजामत .

सूरत प्रमाण के लिए इमरान के साथ एक सेल्फ़ी भी ली जो जोडूंग़ा आगे .

लो जी अब निर्मल शर्मा टोकते हैं के अभी “ रूप चतुर्दशी “ में तो एक सप्ताह की देर है .

पर अपण ने तो आज ही बणवा ली हजामत .

गई कुछ दिनों की .


संध्या वंदन के साथ सायंकालीन सभा स्थगित …..


१२ अक्टूबर २०१७ .

 सुबह उठा तो ऐसी सूरत . आईने में सूरत देखने का मन न करे . गर्दन पर हाथ फ़ेरूं तो इत्ते बाल टटोलने में आवें या तो बाल कुछ जल्दी बढ़ गए या फिर पिछले वाले हज्जाम ने ज़्यादा अच्छे से काटे ही नहीं और तो क्या ?

अब मुझे तो एक ही बात सूझी फिर चलो बाम्बे हेयर कट के यहां और क्या ? 

पहुंचे , बैठे कुर्सी पर और आख़िरकार बण गई हजामत .

सूरत प्रमाण के लिए इमरान के साथ एक सेल्फ़ी भी ली जो जोडूंग़ा आगे .

लो जी अब निर्मल शर्मा टोकते हैं के अभी “ रूप चतुर्दशी “ में तो एक सप्ताह की देर है .

पर अपण ने तो आज ही बणवा ली हजामत .

गई कुछ दिनों की .


संध्या वंदन के साथ सायंकालीन सभा स्थगित …..


१२ अक्टूबर २०१७ .

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1 comment:

  1. इबारत कम फ़ोटो ज़्यादा , ऐसे ही कल की बात बताने को बणाई ये ब्लॉग पोस्ट , अब जैसी भी बण पड़ीं .

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