कल शाम एक युवा भी बैठे पाए गए वरिष्ठ जन सभा में , सायंकालीन सभा में , उसी समय मैंने छानै छानै तिकड़ी की फ़ोटो ली थी . बाद में तो अरूप भट्टाचार्य ने एक फ़ोटो सेशन भी किया जो यादगार एल्बम बना कल शाम का . रही सही कसर एक और तिकड़ी की फ़ोटो। से पूरी हुई जिसमें हुआ मैं भी शामिल . रोचक संवाद हुआ इस युवा से जब मैंने पूछा इस युवा से :
" आप कैसे आए इधर , आप तो सीनियर सिटीज़न नहीं हो ? "
बोले : " अब हो जाऊँगा ." " जैसे आप आए मैं भी आ गया ,"
मैं एक दिन पहले ब्यूटीशियन के जाकर आया था जो उस झोंक में कह बैठा , " मैं तो ख़ैर अभी जवान हूं ."
और कित्ता सुंदर उत्तर दिया नौजवान ने :
" जैसे आप जवान वैसे मैं भी जवान !"
बहरहाल लुब्बो लुबाब ये कि आशियाना आँगन की ये सभाएँ लोकप्रिय हो रही हैं और युवा भी जुड़ रहे हैं इससे .
" मे आवर ट्राइब इनक्रीज़ !"
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