प्रिय सुमन्त पंड्या के सम्मान में कुछ पंक्तियाँ -
ब्रह्म मुहूरत जाग कर कुछ ये पंड्या लोग। रोज लगाते स्वयं को निज काँफी का भोग।। फिर संदेसे भेजते इधर -उधर सब ओर। जो पल भर में नापते इस पृथ्वी के छोर।।
धन्य धन्य निस्सन्देह ही यह पंड्या परिवार । इनकी किरपा प्राप्त कर हम भी हो गये पार।। ~~~~ जीजाजी * का वाट्सएप से आया सन्देश जिसे पाकर आज मैं नतमस्तक हुआ . सुमन्त पंड्या एवं मंजु पंड्या . ( Manju Pandya. ) @ गुलमोहर , शिवाड़ एरिया , बापू नगर , जयपुर . मंगलवार 1 मार्च 2016 . ~~~~~ प्रणाम जीजाजी और जीजी Moolchandra Pathak Padma Pathak
#sumantpandya
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