Saturday, 18 November 2017

हजामत तो रोज़ ही बणाते हैं     - जयपुर डायरी .


हजामत तो रोज ही बनाते हैं...........

Photo credit goes to my better half Manju pandya .


मैंने खुद कह के अपनी उतरवाई ........

यह तो मेरी अपनी , खुद की फोटो है जो सिर्फ इस लिए यहां लगाईं है क्यों कि जय भैया jai Jai Pandya ने मुझे ये सिखाया था कि पोस्ट के साथ कोई फोटो हो तो ज्यादा लोगोँ का ध्यान आकर्षित होता है । 


Disclaimer: ये मेरे साथ घटी हुई घटना नहीं है । ये तो अखबार में पढ़ी हुई एक बात है जो उन दिनों की है जब मैं अखबार पढने लायक हो गया था और कुछ कुछ बातें समझने लगा था । आप स्वयं अंदाज लगा सकते हैं कि कितनी पुरानी होगी ये बात ।


चुनाव प्रचार का दौर था । जन प्रतिनिधि किसी बस्ती में वोट मांगने पहुंचे थे । नेताजी के आने का शोरगुल सुनकर एक व्यक्ति अपने घर से निकलकर नेताजी। के पास लगभग इसी स्थिति में चला आया जिस स्थिति में मैं खड़ा हूं ।

     नेताजी बोले : आप हजामत तो पूरी बना लेते !

     वह व्यक्ति बोला : साब हजामत तो रोज ही बनाते हैं , वो तो बनती रहेगी , आप तो पांच साल में एक बार आते हैं । खैर ये तो उस जमाने की बातें हैं जब पांच साल बाद चुनाव होते थे , अब तो........


    इन दिनों यहां भी कोई स्थानीय निकाय के चुनाव होने जा रहे हैं । प्रचार के लिए काफिले डोलते रहते है । एक दोपहर ऐसा ही एक शिष्टमंडल गुलमोहर * में मेरा आशीर्वाद लेने चला आया । ओल्ले मोहल्ले के कुछ आवासों की और इशारा कर मुझे ये लोग बताने लगे कि ये फलाणे ढिकाने से इस प्रकार सम्बंधित हैं । 


मैंने उनसे कह दिया कि मैं तो फॉरिन सर्विस से आया हूं और इनमें से किसी को नहीं जानता , अब आप आज आए हैं तो आपको जान गया हूँ ।


* मेरा स्थानीय आवास ।  


स्पष्टीकरण : पहले वाली घटना जैसा मैंने कहा अखबार की खबर पर आधारित है , दूसरी वाली एकदम सच्ची है ।

********************

पुराना क़िस्सा है , आज ब्लॉग पर प्रकाशित किया है  .

जयपुर 

रविवार १९ नवम्बर २०१७ .

************************










2 comments:

  1. वो ठीकाने की बात लावा हाउस की तो नहीं ?
    D-103

    ReplyDelete
  2. इसी मोहल्ले की बात है सुरेंद्र .

    ReplyDelete