Tuesday, 2 May 2017

छींट की क़मीज़ों की कहानी : बनस्थली डायरी : स्मृतियों के चलचित्र😀




     छींट की कमीजों की कहानी . 

  #बनस्थलीडायरी #sumantpandya

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गए दिनों राजा पार्क के वीअर हाउस में कोई एक कमीज बदलवाने गए हम लोग .साइज के हिसाब से ठीक कमीज लेनी थी . कुछ ऐसी थी कमीज जैसी नेल्सन मंडेला पहने दीखते थे . बहुतेरीे कमीजें काउंटर पर बखेर कर युवक ने पूछा :

"किसके लिए चाहिए ?"

मैंने अपनी ओर इशारा किया .

युवक की प्रतिक्रिया चौंकाने वाली थी . उसने एक झटके में सारी कमीज़ें काउंटर से एक ओर फेंक दी  और बोला :

" आपके लिए मैं देता हूं कमीज , आपके माफ़िक "

उसने तमाम छींट की कमीजें फेंक कर पांच कमीज सामने रख दी जो या तो चैक की थी या थी धारीदार . वो बोला :

" अंकल , ये हैं आपके लिए , देखिए ."

जीवन संगिनी* साथ थीं ही . मैंने भी कह दिया :

"इन्हीं में से एक आप छांट देओ , आखिर लड़के ने मेहनत करके ये पांच छांटी हैं ."

सर्वानुमति बन गई और एक चैक की कमीज ले ली गई .


छींट की कमीज रद्द हो गई पर एक पुरानी बात याद हो आई .

सत्तर के दशक में बातिक प्रिंट की दो कमीज मैंने बनवा ली थी - एक की लाल छींट थी , एक की काली छींट . गोपाल टेलर उन दिनों मेरे कपड़े सिल देता था . मैंने इतना कहा था:

" वो बकरी के कान जैसी कालर बना देना ."

बन गई कमीजें पहनी भी गईं पर एक दिन जब मैं क्लास में बोलने को खड़ा हुआ तो लड़कियां हंसने मुस्कराने लगीं .

तब पता चला मैं और कई एक लड़कियां यकसां छींट की कमीज पहने थे .

आखिर मेरा पहनावा कुछ तो अलग हो .

समेट कर ट्रंक में रख दी वो कमीज ये तो तब की बात है .

इस बार तो दूकान पर ही रद्द हो गई छींट की  कमीज .

ये अब की बात है .

*Manju Pandya.


प्रातःकालीन सभा स्थगित .

इति.


सुमन्त पंड़्या 

(Sumant Pandya)

आशियाना आंगन , भिवाड़ी .

2 मई 2015.

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अपडेट  

आज जयपुर से दिनांक 2 मई 2016 .

------- 😊 अब ये कोई बात हुई कि लड़का लोग तो छींट की कमीज भी पहन लेवें तो कोई हरज नहीं और अपन तो अब चैक की और न तो धारीदार कमीज ही पहनें . जब उमर थी तो मर्यादा ने बदलवा दी कमीज और अब ऐसीे कमीज पहनने की उमर नहीं रही .

सोचता हूं फिर जाऊंगा बाज़ार , लाऊंगा छींट की कमीजें और पहन के घूमूंगा शिवाड़ एरिया में , उमर का क्या है .

व्यापक विचार विमर्श के लिए फिर एक बार प्रचारित और #बनस्थलीडायरी के अंतर्गत संकलित ये पोस्ट .

😊😊

सुप्रभात 

सुमन्त पंड्या .

  @ गुलमोहर , शिवाड़ एरिया , बापू नगर , जयपुर .

     सोमवार 2 मई 2016

आज दिन पोस्ट का सचित्र प्रकाशन 

डूंगरपुर से 

मंगलवार २ मई २०१७ ।

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