
बच्चे कब बड़े हो जाते है पता ही नहीं चलता . #जयपुरडायरी .
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कल की अपनी पोस्ट में मैंने राम अवतार जी का जिक्र किया जो अस्सी के दशक से नाहर गढ़ की सड़क पर रैक्स टेलर्स के नाम से दर्जी की दूकान किया करते थे . उन दिनों की ही एक बात बताता हूं .
मेरी पैंट सिलने के वो चालीस रुपए लेते और बेटे की पैंट के बीस . चलता रहा यही क्रम . एक बार की बात हिसाब करते हुए उन्होंने बेटे की पैंट के भी चालीस जोड़ दिए .
मैं बोला ," आपने तो बच्चे की पैंट की सिलाई भी पूरी लगा दी राम अवतार जी ?"
उन्होंने तुरन्त काउंटर पर मेरी और बेटे की पैंटें साथ साथ फैला दीं , नापने की गरज से और बोले :
"भाई साब थोड़ा गौर करो , आपकी पैंट से थोड़ी ज्यादा ही लंबी है , कम नहीं है . अब तो पूरी ही सिलाई दीजिए . "
अब भला मुझे क्या ऐतराज हो सकता था . पर मुझे ध्यान ही नहीं था कि बेटे का कद मुझसे लंबा होता जा रहा है .
माता पिता की तो हमेशा यही चाहत होती है कि संतान का कद लंबा हो .
अम्मा ने मुझे ये कायदा भी बताया था कि बेटा नाटा रह जाय तो भी मां से लंबा ही निकलता है .
स्पष्टीकरण :
आज की इस पोस्ट को किसी भी प्रकार पुत्र संतान मोह , या पुत्री संतान की उपेक्षा रूप में न देखा जाए . दुर्भाग्य से ऐसी बातें आजकल सोशल मीडिया में चल जो रही हैं .
पुत्री संतान के बाबत अलग से पोस्ट लिखूंगा तो यह बात और अधिक स्पष्ट हो जाएगी .
समर्थन :
सुप्रभात . Good morning.
सुमन्त
(Sumant Pandya )
आशियाना आंगन . भिवाड़ी .
4 मई 2015 .
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कल बेटे ने मुझे एक फ़ोटो एफ बी पर साझा करने का सुझाव दिया तो अनायास ये एक पुरानी पोस्ट याद आ गई , आज इस पोस्ट को ब्लॉग पर दर्ज करता हूं और इसका लिंक डालता हूं एफ बी की अपनी दीवार पर । चाहत ये है कि मेरे ब्लॉग का कलेवर बढ़े और बढ़े मेरे सम्पर्क का दायरा ।
जीवन संगिनी का जो अपार सहयोग इस मामले में इन दिनों मिल रहा है उसे भी मैं यहां सार्वजनिक रूप से स्वीकार करता हूं .
Good morning and private coffee done @ गुलमोहर ☕.
नियमित पोस्ट अलग से लिखूंग़ा , उसमें कोताही नहीं होगी एक बार मोती पार्क हो आवें वहां भी साथी बाट जोहते हैं .
सुमन्त पंड़्या
गुलमोहर , शिवाड़ एरिया , बापू नगर , जयपुर .
शुक्रवार १० मार्च २०१७ .
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जयपुर डायरी
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