Friday, 24 March 2017

मरखनी गाय की कहानी : जयपुर डायरी ।😊

सिटी बस में यात्रा :  एक.    #sumantpandya    #जयपुरडायरी ******************* मरखनी गाय की कहानी : 😊 ******************

ये पिछली शताब्दी के उन दिनों की बात है जब बहुत सहज ही जयपुर शहर की सिटी बसों में  यात्रा कर लिया करता था . बजाजनगर जाने को खचाखच भरी सिटी बस में  अजमेरी गेट से मैँ चढ़ा था , बैठने को जगह नहीं थी और मुझे उसकी दरकार भी नहीं थी . इतने में एस एम एस अस्पताल   के आस पास मेरे कानों में एक आवाज आई    " अंकल - अंकल " . मैं नहीं समझा कि मुझे ही कहा जा रहा है पर जल्द ही समझ गया कि अब मेरा भी ' अंकलीकरण' हो गया है , मुझसे कुछ छोटा युवक मुझे ही आंख के इशारे से समझा रहा था कि मैं वो सीट ले लेने को तत्पर हो जावूं जो ठीक उस खड़े युवक के नीचे खाली होती दीख रही थी . बड़ी बात ये कि सीट पूरी तरह युवक की पहुंच में थी पर उसने  बजाय कब्जा ले लेने  के मुझे बुलावा भेजा , मैं बस में पीछे की ओर खड़ा था . इधर सीट खाली होने की प्रक्रिया ठीक उस युवक की नाक के नीचे चल ही रही थी कि बस के आगे की ओर से एक अन्य प्रक्रिया का सूत्रपात हुआ .

एक सक्षम और जबरजंग युवती बस में आगे की ओर से इस खाली हो रही सीट की ओर लगभग मरखनी गाय की तरह इस तरफ बढ़ी कि मैं तो कहूंगा कि सीट खाली होने से भी पहले उसने हथिया ली . पलक झपकते ही परिदृष्य बदल गया और युवक के मंसूबे पर पानी फिर गया . बहरहाल मुझे तो यह स्थिति स्वीकार थी ही , युवक ही कुछ ज्यादा आशावादी था .

जो कुछ हुआ वो अप्रत्याशित था . उपसंहार के रूप में युवक ने मेरी ओर  मुस्कुराकर देखा और मैं भी मुस्कुरा  दिया साथ ही मैंने मेरे मन में कहा : "सुमन्त , एक सीट तू रोके बैठा है जो वरीयता के आधार पर शायद किसी महिला को मिली होती यहां ऐसे सही ."

फिर एक बार स्पष्ट कर दूं कि ये उस दौर की बात है जब गर्ल्स काँलेज में पढ़ाते हुए मुझे कई एक साल बीत गए थे .

यदि इस पोस्ट में कोई भी बात आपत्तिजनक पाई गई तो मैं इसे हटाने को भी राजी होऊंगा , वैसे मैंने जो तब महसूस हुआ था वही लिखा है .

समीक्षार्थ  प्रस्तुत  :  Manju Pandya

सुप्रभात . Good morning .

सुमन्त आशियाना आंगन , भिवाड़ी . 25  मार्च  2015 . ~~~~~~~ बात पिछली शताब्दी की , पोस्ट गए बरस की और अनुभव  विलक्षण . आज मेरी ओर से प्रातःकालीन सभा में पुनः विचारार्थ प्रस्तुत है . 25  मार्च 2016 . गुलमोहर , जयपुर . ------------ ये स्टोरी जाएगी आज ब्लॉग पर , गुलमोहर कैम्प जयपुर से सुप्रभात 🏰 शनिवार 25 मार्च 2017 .

प्रतीक स्वरूप गौ माता के दर्शन । 

3 comments:

  1. बहुत रुचिकर,महिलाओं के
    अध्यापक नें women first की बात को तरजीह दी।

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