नंगम नंगा : जयपुर डायरी --------------------
आज सुबह से थोड़ी खिन्नता है । सब अपने ही करमों का फल है ।
बात क्या है ? मेरे निजी सेंसर बोर्ड को लगता है कि फ़ोटो बाज़ी ज़्यादा हो गई है और किस्सागोई कम हो रही है , क़िस्से की ठौर फ़ोटू से काम चलाना ठीक नहीं ।
मैं अपना अपराध सार्वजनिक रूप से स्वीकार करता हूं । मैं गिल्टी प्लीड करता हूं ( मेरी क्या मजाल कि नॉट गिल्टी प्लीड करूँ ) ।
पर अब क्या हो ? सज़ा सुनाई जाए या कुछ और होवे ?
एक दिन की मोहलत और देवें मी लॉर्ड ।
कल सुबह तक आ जावेगी मेरी " नंगम नंगा " पोस्ट । अब अभी हाल तो हवा बनाने को ले ली है ये अगली तारीख़ जो कल की है ।
वैसे आज तो जो जो फ़ोटू जोड़ी वो उन लोगों ने कह कह के जुड़वाई है जिन जिन की फ़ोटू है , पर अपराध तो मेरा ही माना जाएगा मी लॉर्ड ! आई अगेन प्लीड गिल्टी ! अब कल नो फ़ोटू केवल पोस्ट " नंगम नंगा ।"
इस पोस्ट को यहां पोस्ट करने के साथ साथ ब्लॉग पर भी दर्ज करता हूं जिससे सनद रहवे और कल को काम आवे ।
गुलमोहर शुक्रवार २४ मार्च २०१७ .
#स्मृतियोंकेचलचित्र #जयपुरडायरी -----------------------------------
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