Friday, 3 March 2017

सिक्स्टी सिक्स इज नो एज  #जयपुरडायरी

    सिक्सटी सिक्स इज नो एज . उस दिन शिवाड़ एरिया के पूरवी छोर पर लक्षमण जी की दूकान खंडेलवाल स्टोर पर के सी गुप्ता साब मिल गए थे , एम एन आई टी के रिटायर प्रोफ़ेसर अस्सी साला गुप्ता साब और मै एक सा ही काम लेकर पहुंचे थे , काम था फोन का वैलिडिटी रिचार्ज . परिचय हुआ , मै कह बैठा :  ," फजूल परेशान करते हैं ये फोन कम्पनी वाले , इत्ता पैसा पड़ा है खाते में उसी से हो तो जाया करती थी वैलिडिटी , अब और इस निमित्त पैसा मांगते हैं, बच्चे होते तो यहां न आना पड़ता जो कुछ और मांगते हैं घर बैठे ही चुका देते , देखो अपन को यहां आना ही न पड़ता . " खैर ये बात तो हो गई और बात चल पड़ी . मुझे याद आया ये तो वही सज्जन हैं जो कभी यूनिवर्सिटी सिंडिकेट का चुनाव लड़े थे , मैंने कॉमन फ्रेंड का नाम लिया जिनकी सिफारिश पर उनको वोट दिया था . अनेक नाम मैं बताता गया वो पहचान स्वीकारते गए पर सभी तो उनसे छोटे निकले . तुरुप का पत्ता कई एक बड़े नाम मेरी पहचान के और भी थे पर मैंने उनकी सुपर सीनियर सिटीजन स्टेटस को मान्यता दे दी और आयु के मामले में अपनी हीनता ग्रंथी को खुल कर कह भी दिया : " आपसे मिलकर बड़ा अच्छा लगा , अपन कई मामले में एक सी अवस्था में हैं , ( सातों ही सवार दिल्ली को जा रहे हैं की तर्ज पर ) पर मैं तो सिक्सटी सिक्स का ही हूं और पता नहीं कब रिजाइन कर दूं . " अब बारी प्रोफ़ेसर साब की थी और वो बोले : " सिक्सटी सिक्स इज नो एज . " मैंने जैसी बात कही थी उसके सन्दर्भ में बड़ी मनोबल बढ़ाने वाली बात उन्होंने कह दी थी और तब से मैं कई बार मन में दोहरा चुका ,' सिक्सटी सिक्स इज नो एज ' हम उम्रों को भी यही कहता हूं और इसी की पुष्टि में आगे पोस्ट लिखूंगा . ऊपर का आप्त वाक्य आखिर एक अस्सी साला का कहा है अतएव प्रामाणिक है . आप पूछेंगे फिर क्या हुआ उस दिन . हुआ ये कि मैंने कहा कि आप एक बार मेरे बाएं कंधे पर हाथ रख दो , और उन्होंने तुरंत मेरे कंधे पर हाथ रख दिया था . मैं हमेशा ऐसा ही करता आया हूं . समर्थन : मंजु पंड़्या . सुप्रभात  सुमन्त गुलमोहर , शिवाड़ एरिया , बापू नगर , जयपुर . 12 मार्च 2015 . #स्मृतियोंकेचलचित्र #जयपुरडायरी  -------------- मोती पार्क में प्रोफ़ेसर के सी गुप्ता । जयपुर डायरी

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